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प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार


प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020

बाल शक्ति पुरस्कार 

बाल शक्ति पुरुस्कार, राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्कार भारत में हर वर्ष 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर बहादुर बच्चों को दिए जाते हैं। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने 1957 में ये पुरस्कार शुरु किये थे। पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। सभी बच्चों को विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है। 

 1996 से शुरू हुआ राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 6 श्रेणियों में असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को दिया जाता है। असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को सम्मानित करने के मकसद से 1996 में इस पुरस्कार को शुरू किया गया था। इस पुरस्कार को हासिल करने वाले बच्चों को मेडल के अलावा नकद पुरस्कार दिया जाता है। 2018 से इस पुरस्कार का नाम बदलकर 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' रखा गया है और इसमें बहादुरी के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को भी शामिल किया गया।


 किन बच्चों को मिलता है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार:-


-  प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से दिया जाता है। ये पुरस्कार किन बच्चों को मिलेगा, उसके लिए मंत्रालय की एक गाइडलाइन है।

-  गाइडलाइन के मुताबिक, ये पुरस्कार उन बच्चों को मिलेगा जो भारत के नागरिक हैं और भारत में रहते हैं। ऐसे बच्चों की उम्र 5 साल से ज्यादा और 18 साल से कम होनी चाहिए।


 इन श्रेणियों में दिया जाता है ये पुरस्कार :-


1. इनोवेशनः विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों. उनके इनोवेशन से इंसानों के साथ-साथ जीव-जंतु और पर्यावरण पर कोई प्रभाव पड़ा हो।

2. सामाजिक कार्यः बाल विवाह, यौन शोषण, शराब आदि जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ समाज को प्रेरित किया हो या संगठित किया हो।

3. शिक्षाः राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार उपलब्धि हासिल की हो।

4. खेलः राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल में लगातार उपलब्धि हासिल की हो।

5. आर्ट्स एंड कल्चरः म्यूजिक, डांस, पेंटिंग या आर्ट्स और कल्चर से जुड़ी अन्य विधाओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की हो।

6. बहादुरीः अपनी जान जोखिम में डालकर निस्वार्थ सेवा करने वाले बच्चों को शामिल किया जाता है। ऐसे बच्चे जो प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी परिस्थितियों में साहस का काम करते हैं या फिर ऐसे बच्चे जो किसी भी खतरे की स्थिति में अपनी बुद्धिमत्ता और मानसिक शक्ति का असाधारण इस्तेमाल करते हों।


 विजेताओं को क्या मिलता है

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जीतने वाले विजेताओं को मेडल और प्रमाण पत्र के अलावा 1 लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाता है।  ये बच्चे राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लेते हैं।

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